मेरे प्यारे किसान भाईयों
आपको देश के चौकीदार की चोरी का एक और सुबूत देता हूँ
वह पैसा जिससे आपको कर्ज माफी मिल सकती थी
देश की कमाई का वह हिस्सा जिससे आपकी तकदीर संवर सकती थी
देश के चौकीदार ने परिवहन तंत्र सुधारने के नाम पर
सड़कें बनवाने पर लगा दिया.
हमारी सरकार के पिछले वक्त सड़कें कच्ची-पक्की ज़रूर थीं
लेकिन गाडियाँ सरपट दौड़ती थीं
नतीजा?
आम आदमी पैट्रोल डीजल पर कम खर्च करके
चैन की नींद सोता था.
और अब विकास के नाम पर
सड़कों पर घंटों जाम रहता है
कभी गाड़ी पाँचवें गीयर में तो कभी
अचानक गड्ढे के चक्कर में पहले गीयर में चलती है.
नतीजा? कमर टूटती है सो अलग
देश का टैक्स पेयर स्ट्रैस और अनिश्चितता का जीवन जीता है.
मेरे प्यारे देश वासियों आप बताओ
ऐसे चोर चौकीदार को फिर से चुनोगे?
भीड़ चिल्लाती है – नहीं, नहीं
कोई भीड़ में पाकिस्तान जिंदाबाद का नारा उछलता है
राउल मुस्कराते हैं और आँख मारते हैं.
मेरे प्यार देश वासियों अपनी मुट्ठियाँ कसो और मेरे साथ बोलो
सोनिया माता.
जिंदाबाद.
ज़ोर से बोलो सोनिया माता की
जय.
और ज़ोर से बोलो और सारे आकाश को गूँजा दो
सोनिया माता
अमर रहे.
***
मेरे देश के मतदाताओं ऐसे नेता को
चाहे वह तुम्हारा बाप ही क्यों न हो
कभी अपना वोट मत दो जो तुम्हारे
सोए असंतोष को भड़का कर
संस्कृति की दुहाई देता है और छोटे-छोटे लालचों की
की लालीपाप चटवाता है.
चुनाव आयोग ने तुम्हें ‘नोटा’ का अधिकार दिया है
इसे तब तक इस्तेमाल करो
जब तक तुम्हें ऐसा नेता न मिल जाए
जो तुम्हारे लिए ‘लकी’ साबित हो.
ये तुम्हारे लिए तब तक संभव ही नहीं है
जब तक तुम ‘धैर्य’ का जीवन नहीं जीते
धैर्य का जीवन वही जी सकता है
जो अपने शरीर को भगवान का मंदिर मानकर
उसकी साफ सफाई करता है पूजा अर्चना करता है.
सच पूछो तो वह अपने पोटेन्शियल को
पहचान जाता है
जिसे पोटेन्शियल की शक्ति का परिचय मिला
उसे जीवन की ‘चाबी’ मिल जाती है
वह वक्त की नज़ाकत को समझने लगता है
उसे शत्रु और मित्र में फर्क करने की तमीज
आ जाती है.
फिर लोकतंत्र उसकी लूट का नहीं
भविष्य निर्माण का ‘आधार’ बन जाता है.
साथियों! दो शब्दों में
यही है मनोवैज्ञानिक की सलाह
अपने शरीर की पूजा करके
‘लकी’ नेता चुनने की कला.
डा॰ विनोद के॰ गुप्ता
विचारक, लेखक व मनोवैज्ञानिक
मोबाईल : 09004389812,
Web site: www.magicthroughheart. Com
Email: vinode2006@yahoo.com
Recent Comments