by Dr. Vinod Gupta | Mar 26, 2019 | Article
स्वर्गीय मनोहर पर्रिकर के बहाने दृढ़ इच्छा शक्ति का इस्तेमाल या फिर ठीक से इच्छा करना हमारे सामने राजनीति के दो चेहरे हैं – (एक) महात्मा गांधी, (दो) मनोहर पर्रिकर. दोनों ही ईमानदार, दोनों ही सादगी से जीने वाले और दोनों ही आम आदमी से जुड़े हुए. अन्तर है तो...
by Dr. Vinod Gupta | Mar 26, 2019 | Article
डा. विनोद के. गुप्ता विचारक, लेखक और मनोवैज्ञानिक हमें जिस प्रकार के संस्कार मिले हैं उनके अनुसार स्त्री की जो इमेज हमारे मन में बनी है वह भोग्या वाली है. हमारे यहाँ जिसे प्रेम की आदर्श स्थिति माना गया है उसके अनुसार – ईश्वर से प्रेम, मातृभूमी से प्रेम और माता से...
by Dr. Vinod Gupta | Feb 27, 2019 | Article
ऐसा क्यों होता है इसे समझने के लिए हमें थोड़ा धैर्य रखकर चीजों को चार स्तरों पर समझना होगा. पहला सच है – जब हमारे अस्तित्व तक सौ खरब यूनिट सूचना चलती है तो हमारी आँख जो इन्द्रियों में सबसे महत्वपूर्ण है वह मस्तिष्क को मात्र एक यूनिट सूचना देती है. इसीको कहते हैं –...
by Dr. Vinod Gupta | Oct 29, 2018 | Article, Hindi
बात 1980 की है पद्म विभूषण स्वर्गीय (कर्नल) सत्यपाल वाही को चेयर मैन (ओएनजीसी) के पद के लिए चुन लिया था लेकिन वह थे सीसीआई में ही. मुझे क्योंकि वह पसंद करते थे, इसलिए एक दिन मैंने उनसे पूछा, “आपका मैनेज करने का ढंग क्या है?” उनका उत्तर था, “किसी भी आर्गेनाइजेशन में...
by Dr. Vinod Gupta | Oct 29, 2018 | Article, Hindi
metoomovement OR #MeToo Movement “मी-टू” के प्रभाव का दो तरह के लोगों के कैरियर और उनकी सामाजिक प्रतिष्ठा पर सबसे अधिक पड़ने वाला है. दोनों ही प्रकार के मीडिया उनकी छीछालेदर नैतिकता और ‘वूमैन-एम्पावरमेंट’ की दृष्टि से कर ही रहे हैं. जबकि ज़रूरत है कि पत्नी को भी पति...
by Dr. Vinod Gupta | Feb 22, 2018 | Article
Interpretation needs support from intuition and the ability to peep into future Seema introduced me to her brother and sister-in-law. They were married for seven years but did not have a baby. Initially, I used Color Test. The way her sister-in-law gave her choices...
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